भारतीय सिनेमा की प्रसिद्ध अभिनेत्री और नृत्यांगना संध्या शांताराम का शनिवार को निधन हो गया। 50 और 60 के दशक में वी. शांताराम की फिल्मोंसे पहचान बनाने वाली संध्या को आज भी ‘झनक झनक पायल बाजे’, ‘दो आंखें बारह हाथ’, ‘नवरंग’ और मराठी फिल्म ‘पिंजरा’ में उनके शानदारअभिनय और नृत्य के लिए याद किया जाता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार संध्या शांताराम उम्र संबंधी समस्याओं से जूझ रही थीं। हालांकि, उनके निधन का सटीक कारण सामने नहीं आया है। वे89 वर्ष की थीं। उनके निधन की खबर से फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। कई फिल्मी हस्तियों ने उन्हें सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दी हैऔर उनके योगदान को याद किया है।
राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित संध्या शांताराम न सिर्फ एक उम्दा अभिनेत्री थीं, बल्कि उन्होंने भारतीय शास्त्रीय नृत्य को सिनेमा के ज़रिए एक नयाआयाम दिया। उनकी अदाकारी में भाव और नृत्य का ऐसा संगम था, जिसने दर्शकों के दिलों पर गहरी छाप छोड़ी।
संध्या शांताराम का अंतिम संस्कार शनिवार को मुंबई के शिवाजी पार्क स्थित वैकुंठ धाम में किया गया। उनकी अंतिम यात्रा में परिवार के सदस्य, मित्रऔर फिल्म उद्योग से जुड़े लोग उपस्थित रहे।
गौरतलब है कि संध्या सिर्फ वी. शांताराम की फिल्मों की नायिका ही नहीं रहीं, बल्कि वे उनकी जीवनसंगिनी भी थीं। दोनों ने साथ में भारतीय सिनेमाको कई कालजयी फिल्में दीं, जो आज भी दर्शकों के दिलों में जीवित हैं।