बिहार विधानसभा के लिए मंगलवार का दिन महत्वपूर्ण रहा, जब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता प्रेम कुमार को सर्वसम्मति से नया अध्यक्ष चुन लिया गया। प्रेम कुमार ने आज (मंगलवार) सदन में स्पीकर की कुर्सी संभाल ली है। उनके नाम को लेकर सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष का भी समर्थन रहा, क्योंकि सोमवार को विपक्ष की तरफ से कोई भी नामांकन दाखिल नहीं किया गया था, जिसके चलते उनका निर्विरोध चुना जाना पहले ही तय हो गया था।
प्रेम कुमार गया टाउन सीट से नौवीं बार विधानसभा पहुँचने वाले विधायक हैं। उन्होंने सोमवार को ही अपना नामांकन दाखिल किया था। अध्यक्ष चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भी उन्हें बधाई दी और सदन के सफल संचालन की कामना की।
अध्यक्ष के रूप में प्रेम कुमार की पहली प्रतिक्रिया
अध्यक्ष चुने जाने के बाद प्रेम कुमार ने सदन को संबोधित किया और अपनी जिम्मेदारियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष के रूप में उनका प्राथमिक कर्तव्य होगा कि सदन के संचालन के नियमों का निष्पक्ष रूप से पालन किया जाए और सभी सदस्यों के अधिकारों की रक्षा हो।
उन्होंने विचारों की विविधता के बीच संवाद को बढ़ाने पर जोर दिया और कहा, "हमें जनता की सेवा का मौका मिला है। मेरे लिए सरकार और विपक्ष दोनों समान रूप से होंगे।" उनका यह बयान विधानसभा में निष्पक्षता और सहयोग को बढ़ावा देने की उनकी मंशा को दर्शाता है।
9 बार से लगातार जीत: प्रेम कुमार का राजनीतिक सफर
प्रेम कुमार तीन दशक से भी ज्यादा समय से बिहार की राजनीति में सक्रिय हैं। वह गया जिले की टाउन सीट से लगातार 9 बार से विधायक हैं, जो उनकी मजबूत राजनीतिक पकड़ को दर्शाता है। एनडीए सरकार के विभिन्न कार्यकालों में उन्हें कई बार कैबिनेट मंत्री भी बनाया गया है।
व्यक्तिगत और शैक्षिक पृष्ठभूमि की बात करें तो प्रेम कुमार ने एलएलबी और पीएचडी की डिग्री हासिल की है। संपत्ति के मामले में, उनके पास 13 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है। हालांकि, उनके ऊपर 18 आपराधिक मुकदमे भी दर्ज हैं, जो उनके लंबे और सक्रिय राजनीतिक जीवन का एक पहलू है।
बिहार में बीजेपी का बढ़ता दबदबा
बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 89 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी है। वहीं, जेडीयू 85 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही। इस बेहतर प्रदर्शन के कारण, वर्तमान सरकार में बीजेपी कहीं ज्यादा पावर में नजर आ रही है।
सरकार के प्रमुख पदों पर बीजेपी के मजबूत होने के संकेत साफ हैं:
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दो डिप्टी सीएम: सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा।
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गृह विभाग: बीजेपी के कब्जे में।
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विधानसभा स्पीकर: अब प्रेम कुमार के रूप में बीजेपी का हो गया है।
यह स्पष्ट है कि इस बार बीजेपी प्रदेश की राजनीति में एक अलग और अधिक प्रभावशाली भूमिका में है, जो भविष्य में राज्य के राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकती है।