वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 का फाइनल मुकाबला क्रिकेट इतिहास में एक नया मोड़ लेकर आया है। पहली बार टीम इंडिया इस महाफाइनल का हिस्सा नहीं है और इसकी जगह साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया की टीमें आमने-सामने हैं। लेकिन इस फाइनल में जो सबसे बड़ा आकर्षण बना, वह हैं एडेन मार्करम, जिन्होंने ऐसा कारनामा कर दिखाया जो रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गज खिलाड़ी भी नहीं कर सके।
रोहित-विराट भी नहीं कर पाए ये कारनामा
WTC के पहले दो सीजन के फाइनल में टीम इंडिया फाइनल तक पहुंची थी, लेकिन खिताब से चूक गई।
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पहले सीजन में भारत को न्यूजीलैंड ने हराया,
	 
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जबकि दूसरे सीजन में ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय टीम को शिकस्त दी।
	 
इन दोनों ही फाइनल में भारतीय टीम के साथ रोहित शर्मा और विराट कोहली मैदान पर मौजूद थे, लेकिन दोनों ही दिग्गज बल्लेबाज एक भी शतक नहीं बना सके। नतीजा यह रहा कि टीम इंडिया दोनों बार हार गई और खिताब से वंचित रह गई।
अब जब तीसरे सीजन का फाइनल खेला जा रहा है, तो टीम इंडिया वहां नहीं है। और साउथ अफ्रीका की टीम पहली बार फाइनल में पहुंची है, एडेन मार्करम ने आते ही इतिहास रच डाला।
एडेन मार्करम ने रचा इतिहास
तीसरे दिन का खेल पूरी तरह एडेन मार्करम के नाम रहा। पहले इनिंग में खाता भी नहीं खोल सके मार्करम ने दूसरी पारी में जबरदस्त वापसी की और 102 रन की नाबाद पारी खेली। उनकी इस शानदार बल्लेबाजी ने कई रिकॉर्ड्स तोड़ डाले:
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आईसीसी टूर्नामेंट के किसी भी फाइनल में शतक लगाने वाले पहले साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज बने।
	 
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ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ICC फाइनल में शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने पिछले 29 वर्षों में।
	 
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और सबसे बड़ी बात, उन्होंने ये शतक उसी दबाव में लगाया, जिसमें भारत के दिग्गज दो बार असफल हो चुके हैं।
	 
साउथ अफ्रीका जीत से सिर्फ 69 रन दूर
तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक साउथ अफ्रीका ने 213 रन पर 2 विकेट खो दिए हैं।
अब साउथ अफ्रीका को इस फाइनल को जीतने के लिए सिर्फ 69 रन की जरूरत है और उसके पास 8 विकेट बाकी हैं, यानी एक ऐतिहासिक जीत का सपना लगभग साकार होने के करीब है।
ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी रही फीकी
तीसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को बहुत मेहनत करनी पड़ी लेकिन उन्हें खास सफलता नहीं मिली।
ऑस्ट्रेलिया की टीम ने इससे पहले 207 रन पर दूसरी पारी में ऑलआउट हो गई थी, जिसमें मिचेल स्टार्क ने नाबाद 58 रन की पारी खेली थी। लेकिन रनों का जो लक्ष्य साउथ अफ्रीका को मिला, वह इतना बड़ा नहीं था कि दबाव बनाया जा सके।
मार्करम vs रोहित-विराट: क्या फर्क है?
	
		
			| खिलाड़ी | 
			डब्ल्यूटीसी फाइनल में शतक | 
			जीत की स्थिति | 
		
	
	
		
			| रोहित शर्मा | 
			  | 
			हार (2021, 2023) | 
		
		
			| विराट कोहली | 
			  | 
			हार (2021, 2023) | 
		
		
			| एडेन मार्करम | 
			  | 
			जीत से 69 रन दूर (2025) | 
		
	
इस तुलना से यह साफ हो जाता है कि मार्करम ने उस दबाव को झेला, जिसमें दिग्गज भारतीय खिलाड़ी असफल रहे थे। यही कारण है कि यह शतक सिर्फ एक रन संख्या नहीं है, बल्कि यह एक प्रतीक बन चुका है — दबाव में परफॉर्म करने का।
क्या बोले क्रिकेट एक्सपर्ट?
क्रिकेट विशेषज्ञों का कहना है कि मार्करम की पारी तकनीकी दृष्टि से संतुलित, मानसिक रूप से मजबूत और परिस्थितियों के अनुसार ढली हुई थी। लॉर्ड्स जैसी स्विंगिंग कंडीशन में इस तरह की पारी खेलना आसान नहीं होता, लेकिन मार्करम ने अपने आत्मविश्वास से सबको चौंका दिया।
अब चौथे दिन का इंतजार
अब साउथ अफ्रीका को केवल 69 रन चाहिए और उसके पास पूरे 8 विकेट हैं।
इन सवालों के जवाब अब हमें अगले दिन मिलेंगे। लेकिन एक बात तय है — एडेन मार्करम ने जो कारनामा किया, वो अब भारतीय फैंस के लिए एक अधूरा सपना ही रह जाएगा।
निष्कर्ष
इस वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में रोहित शर्मा और विराट कोहली की गैरमौजूदगी में जो काम कोई भारतीय दिग्गज नहीं कर सका, उसे साउथ अफ्रीका के एक युवा खिलाड़ी ने कर दिखाया। एडेन मार्करम ने इतिहास रच दिया है और साउथ अफ्रीका अब सिर्फ कुछ रनों की दूरी पर खड़ा है अपनी पहली वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप ट्रॉफी से।