आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप पर हर दिन हजारों पोस्ट, वीडियो और शॉर्ट्स वायरल होते हैं। इनमें से कई ऐसी जानकारियाँ होती हैं जो पूरी तरह भ्रामक या फर्जी होती हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें यह दावा किया गया है कि केंद्र सरकार महिलाओं को मुफ्त सोलर आटा चक्की दे रही है। इस दावे ने कई लोगों को भ्रमित कर दिया है और इससे जुड़ी जानकारी जानने की मांग बढ़ गई है।
क्या है वायरल दावा?
एक यूट्यूब चैनल “sarkariyojana045” द्वारा पोस्ट किए गए एक शॉर्ट वीडियो में दावा किया गया है कि भारत सरकार ने एक नई योजना के तहत महिलाओं को नि:शुल्क सोलर आटा चक्की देने की घोषणा की है। वीडियो में इसे केंद्र सरकार की महिला सशक्तिकरण योजना से जोड़ते हुए दिखाया गया है और दर्शकों से जल्द से जल्द आवेदन करने की अपील की गई है।
फैक्ट चेक: सच्चाई क्या है?
जब इस वायरल वीडियो की सच्चाई की जांच की गई, तो सामने आया कि यह दावा पूरी तरह से फर्जी और भ्रामक है। भारत सरकार की अधिकृत संस्था प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने इस दावे की फैक्ट चेकिंग की और स्पष्ट रूप से बताया कि ऐसी कोई योजना केंद्र सरकार द्वारा नहीं चलाई जा रही है।
PIB ने अपने आधिकारिक ट्विटर और वेबसाइट पर लिखा:
“यूट्यूब चैनल पर चल रहा दावा कि केंद्र सरकार महिलाओं को फ्री सोलर आटा चक्की दे रही है, गलत है। वर्तमान में ऐसी कोई सरकारी योजना नहीं है। कृपया ऐसे फर्जी दावों से सावधान रहें।”
क्यों फैलते हैं ऐसे फर्जी दावे?
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लोगों की भावनाओं से खेलना: सरकार से मुफ्त चीजों की उम्मीद करना आम है। इसी भावना का फायदा उठाकर फर्जी चैनल्स और लोग झूठी सूचनाएँ फैलाते हैं।
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व्यूज और लाइक्स की लालच: अधिक व्यूज, सब्सक्राइबर और शेयर पाने के लिए झूठे वीडियो बनाए जाते हैं।
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डेटा चुराने की कोशिश: कई बार ऐसे फर्जी दावों के साथ गूगल फॉर्म या लिंक शेयर किए जाते हैं ताकि लोगों से उनका निजी डेटा चुराया जा सके।
क्या करना चाहिए?
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किसी भी सरकारी योजना से संबंधित जानकारी केवल सरकारी वेबसाइट जैसे https://www.mygov.in, https://pib.gov.in या https://india.gov.in से ही लें।
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फर्जी वीडियो और संदेशों को आगे न भेजें। ऐसा करना कानूनन अपराध भी हो सकता है।
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अगर आपको किसी योजना की सच्चाई जाननी हो, तो PIB Fact Check के सोशल मीडिया अकाउंट या वेबसाइट का इस्तेमाल करें।
निष्कर्ष
सोशल मीडिया पर फैली जानकारी हमेशा सही नहीं होती। हालिया “फ्री सोलर आटा चक्की योजना” का दावा इसका बड़ा उदाहरण है। PIB द्वारा इस दावे को फर्जी बताया गया है। ऐसे में जरूरी है कि लोग सतर्क रहें, किसी भी योजना पर आंख मूंदकर विश्वास न करें और सूचनाओं की सत्यता की जांच जरूर करें।