देश की राजधानी दिल्ली के भारत मंडपम में शुक्रवार को दो दिवसीय "अंतर्राष्ट्रीय जनमंगल सम्मेलन" का भव्य शुभारंभ हुआ। यह आयोजन योग गुरु बाबा रामदेव और जैन संत अंतर्मना आचार्य प्रसन्न सागर महाराज के सानिध्य में हुआ। इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य "लोक कल्याण की सही दृष्टि: उपवास, ध्यान, योग और स्वदेशी विचार" को जन-जन तक पहुंचाना है। इसी महत्वपूर्ण मंच से, एक विशाल जन-आंदोलन “हर महीने एक उपवास” की औपचारिक शुरुआत की गई।
सम्मेलन के पहले दिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव, डॉ. सरीन, दिल्ली सरकार में मंत्री प्रवेश वर्मा, सांसद योगेन्द्र चंदोलिया, आचार्य बालकृष्ण, आचार्य लोकेश मुनि, मौर्य बाबा, बाबा बालकनाथ समेत कई गणमान्य हस्तियों ने हिस्सा लिया और उपवास (फास्टिंग) के महत्व पर विस्तार से चर्चा की।
उपवास से होगी साढ़े चार लाख करोड़ की आर्थिक बचत
बाबा रामदेव खास बातचीत में 'एक मास, एक उपवास' आंदोलन के आर्थिक और स्वास्थ्य लाभों पर ज़ोर दिया। उन्होंने दावा किया कि यदि देश की जनता हर महीने एक उपवास करती है, तो इससे देश के लगभग साढ़े चार लाख करोड़ रुपये की आर्थिक बचत होगी।
स्वास्थ्य लाभों पर बाबा रामदेव का कथन:
“लोगों का शरीर बचेगा। लिवर, किडनी, हार्ट ये सब हेल्दी होंगे। कैंसर से लोग बचेंगे, मोटापे से बचेंगे। जिसको देखो वही मोटापे का शिकार है। जब मैं देखता हूं तो मुझे खुद ही डर लगता है कि कहीं उनको ब्रेन स्ट्रोक या हार्ट अटैक ना हो जाए। ओबेसिटी इज द मेन कॉज ऑफ ऑल डिसीसिस (मोटापा सभी बीमारियों की मुख्य जड़ है)।”
स्वामी रामदेव ने आगे कहा कि ओबेसिटी को ठीक करने से पूरे शरीर का सेल्फ हाइजीनिक सिस्टम ठीक हो जाता है। उन्होंने बताया कि फास्टिंग से 'डीप क्लीनिंग' हो जाती है, जो शरीर और इंद्रियों की आत्म शुद्धिकरण का एक बहुत बड़ा अभियान है।
"कम खाओगे तो ज्यादा ताकत आएगी"
बाबा रामदेव ने खाने से जुड़ी एक आम भ्रांति को दूर करते हुए कहा:
“लोगों को भ्रांति है कि ज्यादा खाएंगे तो ज्यादा ताकत आएगी, लेकिन कम खाओगे तो ज्यादा ताकत आएगी। मैं आपके सामने खड़ा हूं, सिर्फ एक समय खाता हूं, 25 सालों से फलाहार ही किया है। तो कम खाकर ज्यादा ताकत आती है। हम ज्यादा प्रोडक्टिव रहते हैं। लोगों की भ्रांति है कि ज्यादा खाने से ज्यादा ताकत आती है, सुख मिलता है। लेकिन, आप कम खाकर के ज्यादा सुखी रह सकते हैं। दीर्घायु के लिए, एंटी एजिंग के लिए फास्टिंग सबसे उत्तम है।”
बाबा रामदेव ने आचार्य प्रसन्न सागर महाराज का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने 557 दिन का उपवास करके विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है, जिसमें से 496 दिन निर्जला उपवास करना शामिल था। रामदेव ने विश्वास जताया कि फास्टिंग से देश की अन्न की समस्या का भी समाधान होगा और 'तन मन भी पावन' होगा।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने अपने संबोधन में कहा कि जैन धर्म के जनमंगल से ही योग की यात्रा शुरू होती है। उन्होंने बाबा रामदेव की तपस्या की सराहना की और बताया कि बाबा ने उन्हें भी वजन कम करने का उद्देश्य दिया है।