राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास हुए सनसनीखेज कार ब्लास्ट मामले में सुरक्षा एजेंसियां गहन जांच में जुटी हुई हैं। इस घटना से जुड़ी एक महत्वपूर्ण कड़ी अब सामने आई है। ब्लास्ट से ठीक पहले का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें कथित आतंकी 'डॉ. उमर' विस्फोट वाली कार की ड्राइविंग सीट पर मास्क लगाए बैठा दिखाई दे रहा है। सुरक्षा एजेंसियों के लिए यह फुटेज बेहद अहम मानी जा रही है, क्योंकि यह सीधे तौर पर घटना के तार आतंकी गतिविधियों से जोड़ रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सफेद रंग की Hyundai i20 कार, जिसका इस्तेमाल विस्फोट में किया गया, बदरपुर बॉर्डर से दोपहर 3 बजकर 18 मिनट पर दिल्ली की सीमा में दाखिल हुई थी। बॉर्डर पार करने के बाद यह कार लाल किले के पास पहुँची।
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— jaipurvocals (@jaipurvocals) November 11, 2025
लाल किला पार्किंग का अहम फुटेज
जो सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, वह लाल किला परिसर की पार्किंग का बताया जा रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि संदिग्ध कार पार्किंग से बाहर निकल रही है। फुटेज में यह साफ दिखाई देता है कि ड्राइविंग सीट पर बैठा व्यक्ति, जिसकी पहचान डॉ. उमर के रूप में की जा रही है, उसने अपना चेहरा छिपाने के लिए मास्क पहना हुआ है। कार टोल प्लाजा पर भीड़ के बीच से गुजरती हुई भी रिकॉर्ड हुई है। यह वीडियो न केवल आरोपी की पहचान को पुख्ता करता है, बल्कि सुरक्षा एजेंसियों को यह समझने में भी मदद कर रहा है कि आतंकी ने किस रास्ते का इस्तेमाल किया और विस्फोट को अंजाम देने से पहले उसने कौन-कौन से कदम उठाए।
सुरक्षा एजेंसियों की मुस्तैदी
इस घटना के सामने आने के तुरंत बाद, दिल्ली पुलिस, राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) और अन्य खुफिया एजेंसियाँ हरकत में आ गई हैं। वे आतंकी डॉ. उमर और उसके संभावित नेटवर्क की तलाश में जुट गई हैं। यह ब्लास्ट ऐसे समय में हुआ है जब देश एक ओर बॉलीवुड के 'ही-मैन' धर्मेंद्र के निधन (89 वर्ष की आयु में) से शोक में डूबा है, वहीं दूसरी ओर ऐसी घटनाओं ने सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। एजेंसियाँ यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि डॉ. उमर का मकसद क्या था और क्या इस विस्फोट के पीछे कोई बड़ी साजिश थी। लाल किला देश के सबसे संवेदनशील और महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है, और यहाँ इस तरह की घटना होना सुरक्षा की दृष्टि से गंभीर चुनौती है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस और सुरक्षा बल अब सीसीटीवी फुटेज के आधार पर डॉ. उमर की पूरी मूवमेंट ट्रैक कर रहे हैं और उसके संभावित छिपने के ठिकानों पर छापेमारी की तैयारी कर रहे हैं। घटना से संबंधित अन्य साक्ष्यों और कार की फॉरेंसिक जांच पर भी ध्यान केंद्रित किया जा रहा है ताकि विस्फोटक के प्रकार और विस्फोट के तरीके को समझा जा सके। इस मामले में और गिरफ्तारियाँ होने की संभावना है, जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, इस आतंकी साजिश से जुड़े और भी चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।