नए साल की शुरुआत होते ही सोने और चांदी के भाव ने एक नया रिकार्ड बना दिया है। वाराणसी के सर्राफा बाजार में व्यापारी और ग्राहक दोनों इस अचानक हुए उछाल से हैरान हैं। व्यापारी बता रहे हैं कि उन्होंने अपने पूरे जीवनकाल में इस तरह के बदलाव को कभी नहीं देखा। विशेषज्ञों का कहना है कि निवेश के नजरिए से यह बदलाव सकारात्मक है, लेकिन छोटे व्यापारियों और हल्के आभूषण बनाने वाले उद्योग के लिए यह एक बड़ा झटका साबित हो रहा है।
सोना 1.44 लाख, चांदी 2.44 लाख
पूर्वांचल के सबसे बड़े सर्राफा बाजार कोदई चौकी के पदाधिकारी अनिकेश गुप्ता ने बताया कि सोने और चांदी के भाव में गजब का उछाल देखने को मिला है। उनका कहना है कि यह अब तक का ऐतिहासिक उच्च स्तर है। वर्तमान में 24 कैरेट का 10 ग्राम सोना 1.44 लाख रुपए में बिक रहा है, जबकि 1 किलो चांदी का भाव 2.44 लाख रुपए पहुंच गया है। उन्होंने आगे कहा कि आने वाले समय में इन दामों में और वृद्धि होने की संभावना है।
व्यापारी यह भी बता रहे हैं कि निवेशकों के लिए यह समय बेहद सकारात्मक है क्योंकि धातु में निवेश अब और सुरक्षित माना जा रहा है। लेकिन छोटे व्यापारी और गहनों के निर्माता इस बदलाव से प्रभावित होंगे। हल्के सोने और चांदी के आभूषणों की बिक्री पर इसका सीधा असर पड़ेगा। पहले ही कुछ हद तक लोगों की खरीदारी में कमी देखी जा रही है और भविष्य में यह प्रवृत्ति और बढ़ सकती है।
वैश्विक परिप्रेक्ष्य और डॉलर का असर
विशेषज्ञों का मानना है कि सोने और चांदी के बढ़ते दाम केवल स्थानीय कारणों से नहीं हैं। वैश्विक स्तर पर इन धातुओं की मांग और डॉलर की तुलना में निवेश की बढ़ती प्रवृत्ति भी इसका बड़ा कारण है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, विश्व स्तर पर सोने और चांदी पर निर्भरता बढ़ रही है, जिसकी वजह से इनकी कीमतें लगातार ऊपर जा रही हैं।
इस वर्ष सोने-चांदी के भाव ने न केवल आम लोगों बल्कि व्यापारियों को भी हैरान कर दिया। निवेशक इसे सुरक्षित विकल्प के तौर पर देख रहे हैं, जबकि आभूषण बनाने वाले और छोटे व्यवसायी इससे प्रभावित हैं। विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले नए वर्ष में सोने और चांदी के भाव में और परिवर्तन देखने को मिल सकता है, जो निवेशकों के लिए अवसर और व्यापारियों के लिए चुनौती दोनों साबित होगा।
व्यापारियों की प्रतिक्रिया
कोदई चौकी के सर्राफा व्यापारी अनिकेश गुप्ता का कहना है कि “इस परिवर्तन का असर छोटे बाजार और स्थानीय व्यापारियों पर सबसे ज्यादा पड़ेगा। हल्के गहनों की बिक्री पहले ही कम हुई है और आने वाले समय में यह प्रवृत्ति और मजबूत हो सकती है।”
उन्होंने बताया कि निवेशकों की नजर में सोना और चांदी अब और सुरक्षित विकल्प बन गए हैं, जिससे मांग में बढ़ोतरी हो रही है। वहीं, हल्के गहनों के खरीदार अब सोच-समझकर खरीदारी कर रहे हैं।