दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित कांग्रेस की विशाल जनसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने संबोधन के दौरान एक बेहद भावनात्मक खुलासा किया, जिसने सभी का ध्यान खींचा। उन्होंने बताया कि 'वोट चोरी' के खिलाफ चल रही इस बड़ी लड़ाई में शामिल होने के लिए उन्होंने अपने व्यक्तिगत पारिवारिक संकट को भी पीछे छोड़ दिया।
खरगे ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा:
"मेरे बेटे का परसों $8$ घंटे का ऑपरेशन था। मुझे मेरे परिवार के लोगों ने फोन किया कि ये बड़ा ऑपरेशन है, आपको आना चाहिए।"
उन्होंने बताया कि इस मुश्किल घड़ी में उनके मन में देश के जवान, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी के त्याग और बलिदान का विचार आया।
देश की लड़ाई सबसे ऊपर
खरगे ने दृढ़ता से कहा कि जब संसद चालू है और देश में 'वोट चोरी' के खिलाफ इतनी बड़ी लड़ाई चल रही है, तो वह अपने बेटे के पास कैसे जा सकते हैं!
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प्रेरणा: उन्होंने कहा, "जैसे सरहद पर जवान लड़ते हैं, वैसे ही अन्याय के खिलाफ सोनिया गांधी जी लड़ी हैं, राहुल गांधी जी देश के लिए हजारों मील पैदल चले हैं... मैं भी ये लड़ाई जारी रखूंगा।"
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समर्पण: उन्होंने जोर देकर कहा, "मैं अपने एक बेटे के लिए देश के $140$ करोड़ लोगों को नहीं छोड़ सकता, इसलिए मैं आज यहाँ आया हूँ।"
इस दौरान जनसभा में मौजूद सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने खड़े होकर खरगे के इस समर्पण के लिए तालियाँ बजाईं। खरगे ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि हमें लड़ना है और पीछे नहीं हटना है।
बीजेपी-RSS पर तीखा हमला: 'वोट चोर गद्दार हैं'
इस जनसभा में मल्लिकार्जुन खरगे ने बीजेपी और चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि वोट चोरी करने वाले “गद्दार” हैं और उन्हें सत्ता से हटाना जरूरी है।
'वोट चोर, गद्दी छोड़ो' रैली के दौरान खरगे ने बीजेपी-RSS की विचारधारा पर हमला बोला:
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विचारधारा की लड़ाई: उन्होंने कहा कि RSS प्रमुख मोहन भागवत या RSS के संस्थापक एम.एस. गोलवलकर और मनुस्मृति की विचारधारा देश को बर्बाद कर देगी। उन्होंने दावा किया कि केवल कांग्रेस की विचारधारा ही देश को बचा सकती है।
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संविधान को खतरा: उन्होंने बीजेपी-RSS पर हिंदुत्व के नाम पर संविधान को खत्म करने और देश के गरीबों को गुलाम बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस प्रमुख ने बीजेपी नेताओं को 'ड्रामेबाज़' बताते हुए कहा कि वे सिर्फ अपने प्रोपेगेंडा पर विश्वास करते हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर इन 'गद्दारों' को हटाने का संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया।