ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में स्थित मशहूर बॉन्डी बीच (Bondi Beach) पर हुए हालिया भीषण हमले की जांच में अब एक सनसनीखेज आतंकी एंगल सामने आ रहा है। जांच कर रही पुलिस को हमलावरों की कार से ISIS (इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया) का एक झंडा मिला है, जिसके बाद इस पूरे मामले को आतंकवादी घटना के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने इस संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है और जांच तेजी से जारी है।
कार से मिला ISIS का झंडा
जांच एजेंसियों के अनुसार, हमले में इस्तेमाल किए गए वाहन की गहन तलाशी के दौरान यह आपत्तिजनक झंडा बरामद किया गया। इस महत्वपूर्ण खोज ने जांच की दिशा बदल दी है, और अब सुरक्षा एजेंसियां हर कड़ी की बारीकी से जांच कर रही हैं कि क्या यह हमला पूर्व नियोजित और किसी आतंकी समूह से प्रेरित था।
पाकिस्तानी मूल के पिता-पुत्र पर शक
हमले में शामिल हमलावरों की पहचान 50 वर्षीय साजिद अकरम और उसके 24 वर्षीय बेटे नवीद अकरम के रूप में की गई है। रिपोर्टों के मुताबिक, दोनों पाकिस्तानी नागरिक हैं। इस हमले में कथित तौर पर साजिद अकरम पुलिस कार्रवाई में मारा गया, जबकि उसका बेटा नवीद अकरम गंभीर रूप से घायल है और अस्पताल में पुलिस की निगरानी में है।
पहले से रडार पर था नवीद
सूत्रों के हवाले से यह खबर भी सामने आई है कि नवीद अकरम कुछ महीने पहले ऑस्ट्रेलियाई खुफिया एजेंसियों की रडार पर था, लेकिन उस समय पुख्ता सबूतों के अभाव में उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। अब, ISIS से जुड़े इस नए सुराग के मिलने के बाद खुफिया एजेंसियां और पुलिस इस पुराने पहलू की भी गहन जांच कर रही हैं।
पुलिस ने नहीं की आधिकारिक पुष्टि
ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है और स्पष्ट किया है कि ISIS या किसी अन्य आतंकी संगठन से सीधे संबंध होने की आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं की गई है। अधिकारियों का कहना है कि वे सभी संभावित एंगल्स की जांच कर रहे हैं और जांच पूरी होने के बाद ही किसी निश्चित नतीजे पर पहुंचा जाएगा।
एंटी-सेमिटिक एंगल पर भी जांच
ISIS झंडे की बरामदगी के बाद, जांच एजेंसियां इसे एंटी-सेमिटिक (Anti-Semitic) आतंकी हमला मानते हुए भी अपनी जांच को आगे बढ़ा रही हैं। हमलावरों के संभावित नेटवर्क, उनके संपर्कों और हमले के पीछे के मकसद का पता लगाने के लिए अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से भी इनपुट मांगे जा रहे हैं। सिडनी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और लोगों से सतर्क रहने को कहा गया है।