हरियाणा के नूंह जिले में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI (इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस) के लिए जासूसी करने के आरोपों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। नूंह के तावडू उपमंडल के गांव खरखड़ी से एक और युवक को संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी इस साल जिले में हुई ऐसी तीसरी गिरफ्तारी है, जिसने स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों और निवासियों के बीच हड़कंप मचा दिया है।
तावडू सदर थाना पुलिस ने गांव खरखड़ी निवासी युवा वकील रिजवान पुत्र जुबेर के खिलाफ देशद्रोह और जासूसी से जुड़े गंभीर आरोपों में मामला दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार, रिजवान पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए गोपनीय जानकारी साझा करने का आरोप है। इसी आधार पर दिल्ली से आई NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) टीम और सीआईए तावडू ने एक संयुक्त अभियान के दौरान रिजवान को गिरफ्तार किया।
डिजिटल साक्ष्य और हिरासत में पूछताछ
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने देर रात छापेमारी कर रिजवान को पहले हिरासत में लिया। इसके बाद, जांच एजेंसी रिजवान को लेकर उसके घर भी पहुंची। यहां से NIA टीम ने उसका लैपटॉप, महत्वपूर्ण दस्तावेज और शैक्षणिक डिग्रियां कब्जे में ले ली हैं। जांच एजेंसियों का मानना है कि डिजिटल उपकरणों की फोरेंसिक जांच से कई अहम सुराग मिल सकते हैं और इस जासूसी नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचने में मदद मिलेगी।
बताया 'निर्दोष'
रिजवान की गिरफ्तारी के बाद उसके परिवार ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। घरवालों का कहना है कि रिजवान गुरुग्राम, सोहना और तावडू में वकालत करता है और उसका किसी भी तरह की अवैध या राष्ट्रविरोधी गतिविधि से कोई संबंध नहीं है।
रिजवान के परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि उनका बेटा पूरी तरह निर्दोष है और जांच एजेंसियों की सच्चाई जल्दी सामने आ जाएगी। रिजवान के चाचा ने न्यायिक प्रक्रिया में पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया, ताकि उनके भतीजे की बेगुनाही साबित हो सके।
दोस्त भी हिरासत में
जांच एजेंसियों ने रिजवान के एक साथी वकील मुशर्रफ उर्फ परवेज को भी हिरासत में लिया है। परवेज के पिता दिलावर बैंसी ने बताया कि 24 नवंबर की रात करीब 12 बजे पुलिस तीन गाड़ियों में उनके घर आई और मुशर्रफ से रिजवान के बारे में पूछताछ की। हालांकि, हिरासत में रिजवान ने मुशर्रफ को फोन भी किया था, जिसके बारे में दावा किया जा रहा है कि यह फोन जांच एजेंसियों द्वारा ही करवाया गया था। इसके बाद पुलिस मुशर्रफ को अपने साथ ले गई।
परवेज के पिता ने अपने बेटे पर भरोसा जताते हुए कहा कि उनके चार बेटों में से एक इंडियन आर्मी में है और उनका बेटा ऐसा कोई काम नहीं कर सकता। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी कोई रिश्तेदारी पाकिस्तान में नहीं है और न ही मुशर्रफ कभी पाकिस्तान गया है।
सुरक्षा एजेंसियों की बढ़ी सतर्कता
नूंह जिले में इस साल पाकिस्तानी जासूसी से जुड़े मामलों में यह लगातार तीसरी गिरफ्तारी है। इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और चौकसी को बढ़ा दिया है। तावडू पुलिस और अन्य सुरक्षा विभाग इस पूरे नेटवर्क की गहन जांच कर रहे हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या इस जासूसी रैकेट में किसी बड़े नेटवर्क की भूमिका है। मामले की आगे की सटीक जानकारी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की फोरेंसिक जांच के बाद ही साफ हो पाएगी।