मुंबई, 08 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अहमदाबाद विमान हादसे को लेकर एअर इंडिया ने पब्लिक अकाउंट्स कमेटी (PAC) को रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें कहा गया है कि ड्रीमलाइनर दुनिया के सबसे सुरक्षित विमानों में से एक है और दुनियाभर में इसके हजार से ज्यादा ऑपरेशनल फ्लाइट्स हैं। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, PAC की बैठक में एयरलाइन ने ड्रीमलाइनर को लेकर अपना पक्ष स्पष्ट किया, हालांकि बैठक का एजेंडा एयरपोर्ट पर लगने वाले लेवी चार्जेस पर चर्चा करना था।
उधर, विमान हादसे की जांच कर रहे विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने मंगलवार को अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MOCA) को सौंप दी है। यह जांच अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) के सहयोग से की जा रही है।
12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट AI 171 टेकऑफ के कुछ समय बाद एक मेडिकल हॉस्टल की इमारत से टकरा गई थी, जिसमें 270 लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में 241 यात्री और क्रू मेंबर शामिल थे। इस दर्दनाक हादसे में सिर्फ एक यात्री की जान बच सकी थी।
PAC की बैठक में शामिल सांसदों ने एविएशन से जुड़े सेफ्टी प्रोसीजर पर कड़े सवाल उठाए। उन्होंने BCAS से तत्काल ऑडिट कराने की मांग की और DGCA की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर चिंताएं जताईं। इसके साथ ही हाल के सुरक्षा चूकों पर चिंता जताते हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद हवाई किराए में हुई बढ़ोतरी को कंट्रोलर की विफलता बताया गया।
कमेटी ने विमान हादसे की जांच कर रही टीम के चयन प्रक्रिया की जानकारी भी मांगी और सवाल उठाया कि क्या जांच में शामिल विदेशी एविएशन विशेषज्ञों से राय ली गई थी। इस पर एअर इंडिया ने जवाब दिया कि वह खुद भी इस हादसे से बेहद चिंतित है और फिलहाल आधिकारिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
इस अहम बैठक में एअर इंडिया के सीईओ विल्सन कैंपबेल सहित नागरिक उड्डयन मंत्रालय, DGCA, एयरपोर्ट्स इकोनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी (AERA), भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) और BCAS के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। इसके अलावा इंडिगो, अकासा एयर समेत अन्य एयरलाइंस के वरिष्ठ प्रतिनिधि भी बैठक में मौजूद थे।
इसी सप्ताह न्यूयॉर्क टाइम्स ने हादसे से संबंधित फोटो, वीडियो और ऑडियो का विश्लेषण किया। इसमें एविएशन सिक्योरिटी विशेषज्ञों, पूर्व पायलटों, जांचकर्ताओं और ऑडियो एक्सपर्ट्स की मदद ली गई। एनालिसिस के अनुसार, विमान का टेकऑफ सामान्य था, लेकिन उड़ान भरने के कुछ सेकंड बाद तकनीकी खराबी शुरू हुई। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि टेकऑफ से पहले विमान ने विंग फ्लैप और स्लैट्स खोले थे और रनवे की पूरी लंबाई का उपयोग करते हुए उड़ान भरी थी, लेकिन उड़ान के तुरंत बाद उसका लैंडिंग गियर पूरी तरह से बंद नहीं हो सका था।