मुंबई, 13 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बेटे और विधायक यतींद्र सिद्धारमैया ने राज्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उन्होंने सोमवार को कहा कि RSS की विचारधारा तालिबान जैसी है। जिस तरह तालिबान इस्लाम के सिद्धांतों को जबरन लागू करता है, उसी तरह RSS भी हिंदू धर्म को अपने नजरिए से थोपना चाहता है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी इस मामले में प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि RSS सरकारी परिसरों का इस्तेमाल अपनी शाखाओं के लिए कर रहा है। इस पर उन्होंने मुख्य सचिव से जांच के आदेश दिए हैं और यह भी निर्देश दिया कि तमिलनाडु सरकार ने इस मुद्दे पर जो कदम उठाए हैं, उनका अध्ययन किया जाए ताकि वैसा ही मॉडल कर्नाटक में लागू किया जा सके।
दरअसल, कुछ दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे और राज्य के आईटी मंत्री प्रियांक खड़गे ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सरकारी परिसरों और सार्वजनिक स्थलों पर RSS की गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग की थी। इसके बाद अब सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र ने भी इसी दिशा में बयान दिया है। यतींद्र ने कहा कि RSS को कानून के दायरे में लाना जरूरी है और उसे एक पंजीकृत संस्था बनाया जाना चाहिए, क्योंकि वर्तमान में वह एक स्वैच्छिक संगठन है, जिसके कारण उसे कई कानूनी छूटें मिल जाती हैं। उन्होंने कहा कि RSS की सोच भी तालिबान जैसी है, जो महिलाओं की स्वतंत्रता पर रोक लगाकर धर्म को अपने हिसाब से लागू करना चाहता है। RSS भी हिंदू धर्म को सिर्फ अपने दृष्टिकोण से दिखाने का प्रयास कर रहा है।
तमिलनाडु सरकार ने हाल ही में सरकारी परिसरों और स्कूलों में किसी भी तरह की राजनीतिक या धार्मिक संगठन की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया है। अब कर्नाटक सरकार भी उस नीति का अध्ययन कर यह तय करेगी कि क्या राज्य में भी ऐसी ही कार्रवाई की जाए। RSS लंबे समय से देशभर में शाखाओं और सामाजिक-सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करता आ रहा है, लेकिन विपक्षी दलों का आरोप है कि सरकारी संस्थानों में इस तरह की गतिविधियां धर्मनिरपेक्ष नीति और संविधान की भावना के खिलाफ हैं।
इस बीच, RSS पर बैन की मांग के बाद कर्नाटक बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की एक पुरानी तस्वीर साझा की है। तस्वीर में वे वर्ष 2002 में बेंगलुरु के नागवारा में RSS के एक कार्यक्रम में शामिल होते नजर आ रहे हैं, जब वे राज्य के गृह मंत्री थे। बीजेपी ने कहा कि प्रियांक खड़गे संघ की गतिविधियों को ‘जहर फैलाने वाली’ बताते हैं, लेकिन उनके पिता खुद संघ के शिविर में शामिल हुए थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री भगवंत खुबा ने कहा कि RSS को तालिबान से जोड़ना कांग्रेस नेताओं की गलत मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि RSS एक राष्ट्रवादी संगठन है जो समाज और राष्ट्र की सेवा करता है, इसलिए इसे तालिबान जैसी चरमपंथी विचारधारा से जोड़ना निंदनीय है। वहीं बीजेपी नेता बीवाई विजयेंद्र ने X पर लिखा कि RSS शाखाओं में गूंजने वाले ‘भारत माता की जय’ के नारों से वे लोग परेशान हैं जो ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ सुनने के आदी हैं।