मुंबई, 08 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. गिरिजा व्यास की जयंती पर श्रद्धांजलि देने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को लेकर कई अहम टिप्पणियां कीं। गहलोत ने कहा कि भजनलाल शर्मा को जो सौभाग्य मिला है, वह बहुत कम लोगों को नसीब होता है। पहली बार विधायक बने और सीधे मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंच गए, यह उनके लिए एक दुर्लभ अवसर है। गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें पब्लिक प्रॉपर्टी बनने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने परिवारवाद से दूरी बनाने की सलाह देते हुए कहा कि जब कोई MLA, MP या CM बन जाता है, तो वह जनता का होता है। लोग सीधे शिकायत लेकर पहुंचते हैं, इसलिए पारदर्शिता और जनसंपर्क बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि भजनलाल शर्मा दो बार उनसे मिलने आए, एक बार तब जब वह बीमार थे और दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद। उन्होंने इस मुलाकात को इंसानी हमदर्दी बताया।
गहलोत ने मौजूदा सरकार के शासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को चाहिए कि वे राज्य की खुफिया एजेंसी से पूरे राजस्थान की एक गोपनीय रिपोर्ट लें और देखें कि जिन मुद्दों को विपक्ष उठा रहा है, उनमें कितनी सच्चाई है। उन्होंने कहा कि यदि मुद्दे सही हैं तो कार्रवाई होनी चाहिए, नहीं तो विपक्ष राजनीति कर रहा होगा। उन्होंने यह भी कहा कि केवल जयपुर से राज्य नहीं चल सकता, अधिकारियों को गांवों तक पहुंचकर जनसुनवाई करनी चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि आज राज्य में शिकायत सुनने का सिस्टम लगभग खत्म हो गया है। उन्होंने सुझाव दिया कि मुख्यमंत्री को 15 दिन के भीतर आईबी से रिपोर्ट लेकर यह पता करना चाहिए कि कौन अधिकारी जनसुनवाई कर रहे हैं और कौन नहीं, कौन दौरे करता है और कौन रात्रि विश्राम करता है। उसी आधार पर एक्शन शुरू करना चाहिए।
बजरी माफियाओं को लेकर भी गहलोत ने तीखा हमला बोला और कहा कि हमारे समय में भी बजरी को लेकर परेशानी थी, लेकिन हमने रोकने की पूरी कोशिश की। आज बजरी माफिया का इतना बड़ा नेटवर्क बन चुका है कि पुलिस पर हमले हो रहे हैं और जो इनके खिलाफ जाते हैं, उन्हें कुचल दिया जाता है। यह मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में शामिल होना चाहिए, क्योंकि गरीब आदमी भी महंगी बजरी से प्रभावित होता है। उन्होंने दौसा विधायक की सुरक्षा पर भी सवाल उठाया और कहा कि जब उनके घर तीन बार चोरी हो चुकी है, तो आम लोगों की क्या स्थिति होगी। उन्होंने कहा कि सरकार की कार्यशैली ऐसी है कि इसका नुकसान खुद सरकार को ही हो रहा है। उन्होंने दावा किया कि राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर है और भाजपा के चाल, चरित्र और चेहरे की सच्चाई अब सामने आ चुकी है। गहलोत ने पहले भी यह बयान देकर सियासी हलचल मचा दी थी कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को हटाने के लिए भाजपा में ही षड्यंत्र चल रहा है। इस पर भाजपा की ओर से प्रदेश प्रभारी राधा मोहनदास अग्रवाल ने सफाई दी थी कि भाजपा में मुख्यमंत्री को पूरे पांच साल के लिए चुना जाता है, और बार-बार मुख्यमंत्री नहीं बदले जाते। वहीं कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी हाल ही में दावा किया था कि भजनलाल शर्मा पूरे पांच साल मुख्यमंत्री नहीं रह पाएंगे, भले ही सरकार चले।