भारतीय क्रिकेट के दिग्गज और विश्व कप विजेता टीम के स्टार खिलाड़ी युवराज सिंह इन दिनों प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच के दायरे में आ गए हैं। युवराज को बेटिंग ऐप "वन एक्स बेट" (1xBet) के प्रमोशन से जुड़े मामले में पूछताछ के लिए समन भेजा गया है। यह वही मामला है जिसमें पूर्व में सुरेश रैना, शिखर धवन और हरभजन सिंह जैसे खिलाड़ी भी जांच के घेरे में आ चुके हैं।
23 सितंबर को ED के सामने पेश होंगे युवराज
सूत्रों के मुताबिक, ED ने युवराज सिंह को 23 सितंबर 2025 को दिल्ली स्थित अपने मुख्यालय में उपस्थित होने का निर्देश दिया है। उनसे 1xBet नामक ऐप के प्रमोशन से जुड़े उनके संभावित रोल के बारे में पूछताछ की जाएगी। 1xBet भारत में प्रतिबंधित एक बेटिंग और सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म है, जिसे गैरकानूनी फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के चलते जांच के घेरे में लाया गया है।
कई सेलेब्रिटीज पर गिर रही है गाज
1xBet ऐप से जुड़े इस विवाद में केवल युवराज ही नहीं, बल्कि बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद और पूर्व क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। रॉबिन उथप्पा को 22 सितंबर, जबकि सोनू सूद को 24 सितंबर को ED के सामने पेश होना है।
इससे पहले ED ने सुरेश रैना और शिखर धवन से भी इसी मामले में लंबी पूछताछ की थी। ED को शक है कि इन क्रिकेटर्स और सेलेब्रिटीज ने इस ऐप का प्रमोशन करके देश के लाखों लोगों को सट्टेबाज़ी के लिए प्रेरित किया, जो कि भारत में अवैध है।
क्या है पूरा मामला?
1xBet एक विदेशी ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफॉर्म है जिसे भारत में 2023 में प्रतिबंधित कर दिया गया था। इसके बावजूद कंपनी ने वर्चुअल डोमेन्स, VPN और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स के माध्यम से भारत में अपना प्रचार जारी रखा। ED की रिपोर्ट के अनुसार, इस ऐप के माध्यम से बड़ी मात्रा में अवैध फंड का लेनदेन हुआ है, जिसे मनी लॉन्ड्रिंग से जोड़कर देखा जा रहा है।
ED को संदेह है कि कुछ सेलेब्रिटीज़ ने बिना जांचे-परखे इस ऐप का प्रमोशन किया और इसके बदले में भारी रकम हासिल की। चूंकि ऐप प्रतिबंधित है, इसलिए इससे जुड़ी किसी भी गतिविधि को गैरकानूनी और दंडनीय अपराध माना जा सकता है।
युवराज सिंह के लिए मुश्किल घड़ी
युवराज सिंह भारतीय क्रिकेट का एक बड़ा नाम रहे हैं। उन्होंने 2007 का टी-20 विश्व कप और 2011 का वनडे विश्व कप जीतने में अहम भूमिका निभाई थी। लेकिन अब ED की जांच में उनका नाम आना, उनके लिए छवि और कानूनी दोनों दृष्टिकोण से चिंता की बात है।
युवराज ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद कई ब्रांड्स के साथ करार किए हैं, और सोशल मीडिया पर भी वे काफ़ी सक्रिय रहते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि ED के सामने पूछताछ में युवराज अपना पक्ष कैसे रखते हैं और क्या इस मामले में कोई बड़ी कानूनी कार्रवाई होती है।
निष्कर्ष
बेटिंग ऐप प्रमोशन केस में ED की सख्ती लगातार बढ़ती जा रही है। युवराज सिंह के समन के साथ यह साफ हो गया है कि अब सिर्फ ऐप पर ही नहीं, बल्कि प्रमोटर्स पर भी कार्रवाई की जाएगी। आने वाले दिनों में और भी बड़े नाम इस जांच के दायरे में आ सकते हैं। युवराज, रॉबिन और सोनू सूद की पूछताछ के बाद इस केस में नई कड़ियां सामने आ सकती हैं, जो पूरे खेल और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लिए सतर्कता का संकेत हैं।