टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में टीम इंडिया की ओपनिंग जोड़ी को लेकर लगातार बदलाव देखने को मिल रहे हैं। जब से शुभमन गिल को इस फॉर्मेट में उप-कप्तान की जिम्मेदारी सौंपी गई है, तभी से संजू सैमसन और अभिषेक शर्मा की स्थिर ओपनिंग पार्टनरशिप टूट गई है। अब टीम मैनेजमेंट अभिषेक शर्मा के साथ शुभमन गिल को भेज रहा है, जबकि संजू सैमसन तो प्लेइंग इलेवन से भी बाहर हो गए हैं।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 5 मैचों की टी20 सीरीज का पहला मुकाबला कटक में खेला गया था, जिसमें भी सैमसन को जगह नहीं मिली। सीरीज का दूसरा मैच आज, 11 दिसंबर 2025, न्यू चंडीगढ़ के मुल्लांपुर में खेला जाना है। टीम संयोजन को देखते हुए इस मैच में भी संजू के प्लेइंग इलेवन में शामिल होने की संभावना बेहद कम दिख रही है।
गिल की फॉर्म गिरती, फिर भी बने ओपनर—कब तक चलेगा यह प्रयोग?
शुभमन गिल को टी20 फॉर्मेट में उप-कप्तानी के साथ-साथ सलामी बल्लेबाज की भूमिका भी दी गई है, लेकिन उन पर प्रदर्शन का दबाव साफ दिखने लगा है। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि टीम मैनेजमेंट गिल को इस फॉर्मेट में “जबरदस्ती फिट” करने की कोशिश कर रहा है, जबकि उनकी जगह परफॉर्म करने वाले खिलाड़ियों को बाहर बैठना पड़ रहा है।
आंकड़ों पर नजर डालें तो तस्वीर और भी साफ हो जाती है—
पिछली 16 टी20 पारियों में शुभमन गिल एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाए हैं।
यही नहीं, इन 16 में से 8 पारियों में वो 15 रन से कम के स्कोर पर आउट हुए हैं, जो उनकी संघर्षरत फॉर्म को दर्शाता है।
इसके उलट, संजू सैमसन ने बतौर ओपनर अपनी पिछली 12 टी20 पारियों में तीन शतक लगाए हैं, फिर भी उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिल रही है। वहीं यशस्वी जायसवाल, जो तेज शुरुआत देने के लिए जाने जाते हैं, उन्हें लगातार बाहर बैठाया जा रहा है। यह स्थिति फैंस के बीच भी गहरी नाराजगी पैदा कर रही है, जो सोशल मीडिया पर चयन नीति और टीम बैलेंस को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
क्यों बढ़ रही है शुभमन गिल की आलोचना?
टीम प्रबंधन गिल पर भरोसा दिखा रहा है, शायद उन्हें भविष्य का कप्तान मानते हुए उन्हें लगातार मौके दिए जा रहे हैं। लेकिन टी20 जैसे तेज फॉर्मेट में लंबी खराब फॉर्म टीम की रणनीति को नुकसान पहुंचा सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि गिल की बल्लेबाजी तकनीक ज्यादा क्लासिकल है, जो टेस्ट और वनडे में सफल रहती है, लेकिन टी20 में जहां हर गेंद पर स्कोरिंग दबाव रहता है, वहां उनकी एप्रोच टीम को तेज शुरुआत नहीं दे पा रही।
यह भी कहा जा रहा है कि गिल के लगातार मौके मिलने की वजह से—
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संजू सैमसन प्लेइंग इलेवन से बाहर
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अभिषेक शर्मा की ओपनिंग जोड़ी टूटी
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यशस्वी जायसवाल जैसे धमाकेदार टी20 खिलाड़ी बाहर
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टीम बैलेंस बिगड़ रहा है
आकाश चोपड़ा ने भी उठाए सवाल—कहा, “गिल जरूरत से ज्यादा कोशिश कर रहे हैं”
भारत के पूर्व टेस्ट क्रिकेटर और लोकप्रिय कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय साफ तौर पर रखी है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो जारी किया, जिसमें वह शुभमन गिल के लगातार फ्लॉप प्रदर्शन पर चिंता जताते दिखे। आकाश चोपड़ा ने कहा कि—“गिल जरूरत से ज्यादा कोशिश करने के चक्कर में अपनी नैचुरल गेम ही भूलते जा रहे हैं। जब आप दबाव में खेलते हैं, तो शॉट चयन बिगड़ता है और वही शुभमन के साथ हो रहा है।” उन्होंने ये भी संकेत दिया कि चयनकर्ताओं और टीम मैनेजमेंट को अब यह सोचना चाहिए कि टी20 जैसे फॉर्मेट में “फॉर्म प्लेयर्स” को प्राथमिकता मिलनी चाहिए, न कि “नाम” और “पोजिशन” को।
क्या दूसरे टी20 में मिलेगा बदलाव?
सीरीज के दूसरे मैच में भी टीम इंडिया बदलाव करती नजर नहीं आ रही। जिस तरह पहला मैच बिना संजू के खेला गया, उससे अनुमान है कि मुल्लांपुर में होने वाले मुकाबले में भी वही संयोजन बरकरार रखा जा सकता है। फैंस और विशेषज्ञ दोनों यही उम्मीद कर रहे हैं कि टीम इंडिया जल्द ही फॉर्म और प्रदर्शन आधारित चयन की ओर लौटे, अन्यथा टी20 वर्ल्ड कप 2026 से पहले यह प्रयोग टीम के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।