मुंबई, 22 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अमेरिका ने रविवार सुबह भारतीय समयानुसार 4:10 बजे ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों, फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर हमला किया। इस मिशन में अमेरिका ने 7 B-2 बॉम्बर तैनात किए, जिन्होंने ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर बंकर बस्टर और क्रूज मिसाइलें दागीं। हमला बेहद गोपनीय तरीके से अंजाम दिया गया और इस ऑपरेशन को ‘मिडनाइट-हैमर’ नाम दिया गया। ऑपरेशन के दौरान B-2 बॉम्बर ने अमेरिका के मिसौरी स्थित व्हाइट-मैन एयरफोर्स बेस से 20 जून को दोपहर 3:30 बजे उड़ान भरी और 37 घंटे तक हवा में रहते हुए बार-बार फ्यूल भरवाकर ईरान तक पहुंचे। B-2 बॉम्बर्स ने फोर्डो और नतांज पर एक दर्जन से ज्यादा 14,000 किलो वजनी GBU-57 बंकर बस्टर बम गिराए, जबकि इस्फहान और नतांज पर अमेरिकी पनडुब्बियों से 30 टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें दागी गईं। हमले से पहले अमेरिका ने धोखे की रणनीति अपनाते हुए कुछ बॉम्बर्स को प्रशांत महासागर की दिशा में भेजा ताकि ईरान भ्रमित हो जाए। हमले के करीब 12 घंटे बाद अमेरिकी रक्षा मंत्री और जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ जनरल डैन केन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह 9/11 के बाद सबसे लंबा और बड़ा B-2 मिशन था। उन्होंने कहा कि केवल गिने-चुने सैन्य अधिकारियों को ही इस ऑपरेशन की जानकारी थी। हमले के बाद ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था ने दावा किया कि फोर्डो, नतांज और इस्फहान ठिकानों पर मिसाइलें गिरने के बावजूद कोई रेडिएशन लीक नहीं हुआ है। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इन साइट्स के पूरी तरह तबाह होने का दावा किया है।
इस बीच, इजराइल और ईरान के बीच जारी संघर्ष अपने चरम पर है। अमेरिका आधारित ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स न्यूज एजेंसी के अनुसार, 13 जून से अब तक ईरान में 657 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 2000 से ज्यादा घायल हुए हैं। हालांकि ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 430 नागरिकों की मौत और 3500 से अधिक लोगों के घायल होने की पुष्टि की है। इजराइल में भी अब तक 24 लोगों की मौत और 900 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। ईरान ने अमेरिका के इस हमले के जवाब में इजराइल पर मिसाइलें दागी हैं और दावा किया है कि उसने 14 अहम ठिकानों को निशाना बनाया है। इसके अलावा ईरान ने अमेरिका के मिडिल ईस्ट स्थित सैनिक बेस और वारशिप्स को निशाना बनाने की धमकी दी है। वर्तमान में मिडिल ईस्ट में 40 हजार से ज्यादा अमेरिकी सैनिक और कई युद्धपोत तैनात हैं जिन्हें हाई अलर्ट पर रखा गया है। ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सदस्य जनरल मोहसेन रेजाई ने स्ट्रेट ऑफ होर्मुज को बंद करने की चेतावनी दी है। यह जलसंधि फारस की खाड़ी को ओमान की खाड़ी और अरब सागर से जोड़ती है और अंतरराष्ट्रीय तेल व्यापार के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस बीच इजराइली सेना ने दावा किया है कि उसने ईरान के दो F-5 फाइटर जेट्स और 8 बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्चर्स को नष्ट कर दिया है, जिनमें से छह मिसाइलें तुरंत हमला करने की स्थिति में थीं।