मुंबई, 15 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को स्पष्ट शब्दों में कहा कि सिंधु जल संधि तब तक स्थगित रहेगी जब तक पाकिस्तान स्थायी तौर पर सीमा पार आतंकवाद खत्म नहीं करता। वह होंडुरास के दूतावास के उद्घाटन के मौके पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा, पाकिस्तान के पास आतंकवादियों की लिस्ट है, इन आतंकियों को हमें सौंपे और उनके कैंप खत्म करे। पाकिस्तान के कश्मीर पर चर्चा के प्रस्ताव पर जयशंकर ने कहा, “इस पर चर्चा के लिए केवल एक ही बात बची है। वह है पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में अवैध रूप से कब्जाए भारतीय इलाके को खाली करना। उन्होंने जोर देकर कहा, “कश्मीर और पाकिस्तान से जुड़े मामलों में तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप को लेकर भारत की पॉलिसी में कोई बदलाव नहीं आया है। पाकिस्तान से हमारी बातचीत पूरी तरह से द्विपक्षीय होगी। इसके साथ ही उसे आतंकियों के ठिकानों को बंद करना होगा। वे जानते हैं कि क्या करना है। हम उनके साथ आतंकवाद के बारे में चर्चा करने के लिए तैयार हैं।
सीजफायर को लेकर विदेश मंत्री ने कहा, यह साफ है कि गोलीबारी बंद करने की मांग कौन कर रहा था। हमने आतंकी ढांचे को नष्ट करने के जो टारगेट तय किए थे, उन्हें हासिल कर लिया है। पहलगाम हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर उन्होंने कहा, “हमें अंतरराष्ट्रीय समर्थन मिला है। हमने UNSC में प्रस्ताव पेश किया था कि अपराधियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए और सात मई को उन्हें ऑपरेशन सिंदूर के जरिए जवाबदेह ठहराया गया। 10 मई की सुबह उन्हें भारी नुकसान हुआ। सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि हमने उन्हें कितना नुकसान पहुंचाया और उन्होंने हमें कितना कम नुकसान दिया। इससे साफ पता चलता है, कौन सीजफायर चाहता था।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के भारत को लेकर दिए गए ‘जीरो टैरिफ डील’ के बयान पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी। ट्रम्प ने कहा था कि भारत ने अमेरिका को ट्रेड में जीरो टैरिफ डील की पेशकश की है। इस पर जयशंकर ने कहा, भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता चल रही है। ये जटिल प्रक्रिया है। जब तक सब कुछ तय नहीं हो जाता, तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता। उन्होंने आगे कहा, कोई भी बिजनेस डील दोनों के लिए फायदेमंद और कारगर होनी चाहिए। हमारी यही अपेक्षा होगी। जब तक ऐसा नहीं हो जाता, इस पर कोई भी फैसला लेना जल्दबाजी होगी।