ताजा खबर

भारतीय वायु सेना दिवस: आसमान और परे के वायु सेना संरक्षक

Photo Source :

Posted On:Tuesday, October 8, 2024

भारतीय वायु सेना (आईएएफ), जिसे 'भारतीय वायु सेना' के नाम से जाना जाता है, भारतीय सशस्त्र बलों की हवाई रक्षा शाखा के रूप में खड़ी है, जो देश के हवाई क्षेत्र की रक्षा करने और संघर्षों के दौरान हवाई मिशन संचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। 170,000 से अधिक कर्मियों के साथ, IAF कर्मियों और विमान संपत्ति के मामले में दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना है।

एक ऐतिहासिक इतिहास
भारतीय वायु सेना का आधिकारिक तौर पर गठन 8 अक्टूबर, 1932 को ब्रिटिश साम्राज्य के तहत किया गया था। इन वर्षों में, यह एक शक्तिशाली और आधुनिक शक्ति के रूप में विकसित हुआ है। भारत के राष्ट्रपति भारतीय वायुसेना के सर्वोच्च कमांडर के रूप में कार्य करते हैं, जबकि परिचालन कमान वायु सेना प्रमुख, एक एयर चीफ मार्शल के पास होती है।


भूमिका और जिम्मेदारियाँ
भारतीय हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के अलावा, भारतीय वायुसेना सैन्य अभियानों के दौरान भारतीय सेना का भी समर्थन करती है और रणनीतिक और सामरिक एयरलिफ्ट करने में सक्षम है। इसकी बहुमुखी क्षमताएं रक्षा से भी आगे तक फैली हुई हैं, जिसमें भारतीय वायुसेना आपदा राहत और मानवीय कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। चाहे नागरिकों को निकालना हो, खोज और बचाव अभियान चलाना हो, या राहत आपूर्ति पहुंचाना हो, भारतीय वायुसेना प्राकृतिक आपदाओं के दौरान तेजी से प्रतिक्रिया देने के लिए हमेशा तैयार रहती है।

संरचना और आदेश
भारतीय वायु सेना पांच ऑपरेशनल कमांड और दो कार्यात्मक कमांड के तहत काम करती है। प्रत्येक कमांड का नेतृत्व एक एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ द्वारा किया जाता है, जो आमतौर पर एयर मार्शल का पद धारण करता है। ऑपरेशनल कमांड सैन्य अभियान चलाने पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जबकि कार्यात्मक कमांड युद्ध की तैयारी सुनिश्चित करते हैं।

भारतीय वायुसेना के बारे में मुख्य तथ्य

वैश्विक रैंकिंग: IAF दुनिया की चौथी सबसे बड़ी परिचालन वायु सेना है।
आदर्श वाक्य: "महिमा के साथ आकाश को छुओ," भगवद गीता के ग्यारहवें अध्याय से प्रेरित।
कार्मिक और विमान: IAF में लगभग 170,000 कर्मचारी कार्यरत हैं और 1,400 से अधिक विमानों का रखरखाव होता है।
सैन्य गतिविधियाँ: आज़ादी के बाद से, भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के साथ चार और चीन के साथ एक युद्ध में भाग लिया है।
शांतिरक्षा और राहत अभियान: भारतीय वायुसेना संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षा मिशनों का हिस्सा रही है और उसने आपदा राहत में सक्रिय भूमिका निभाई है, जैसे कि गुजरात चक्रवात (1998), हिंद महासागर सुनामी (2004), और उत्तर भारत में बाढ़ के दौरान। यह श्रीलंका में ऑपरेशन रेनबो में भी शामिल था।
भारतीय वायु सेना भारत की रक्षा रणनीति की आधारशिला बनी हुई है, जो जरूरत के समय राष्ट्र को शक्ति और सहायता दोनों प्रदान करती है। आसमान की रक्षा करने और वैश्विक मानवीय प्रयासों में सहायता करने की इसकी प्रतिबद्धता राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सेवा दोनों के प्रति भारतीय वायुसेना के अटूट समर्पण को दर्शाती है।


भोपाल और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. Bhopalvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.