अयोध्या। सदियों के इंतजार के बाद, प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में निर्मित भव्य राम मंदिर के शिखर पर मंगलवार, 25 नवंबर को एक ऐतिहासिक 'केसरिया ध्वज' फहराया जाएगा। यह समारोह 'श्रीराम विवाह पंचमी' के अत्यंत शुभ अवसर पर आयोजित किया जा रहा है, जिसके लिए पिछले तीन दिनों से अयोध्या में वैदिक अनुष्ठान चल रहे हैं। यह सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि नव-निर्मित राम मंदिर की पूर्णता का प्रतीक होगा।
अभिजीत मुहूर्त में होगा ध्वजारोहण: PM मोदी होंगे मुख्य अतिथि
ध्वजारोहण समारोह के लिए सबसे शुभ अभिजीत मुहूर्त निकाला गया है। मंगलवार को दोपहर 11 बजकर 52 मिनट से 12 बजकर 35 मिनट तक का यह 43 मिनट का समय धार्मिक दृष्टि से अत्यंत फलदायी माना गया है।इस ऐतिहासिक क्षण के मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे, जो आधे से ज्यादा दिन अयोध्या में बिताएंगे। सुबह अयोध्या पहुँचने के बाद, प्रधानमंत्री साकेत महाविद्यालय से राम जन्मभूमि तक एक भव्य रोड शो करेंगे, जिसके बाद वह ध्वजारोहण समारोह में भाग लेंगे।
उनके अलावा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत भी समारोह के लिए एक दिन पहले ही अयोध्या पहुँच जाएँगे। उनका कार्यक्रम हनुमानगढ़ी में पूजा-अर्चना के बाद राम मंदिर में रामलला और राम दरबार की आरती करना निर्धारित है। ध्वजारोहण के बाद, प्रधानमंत्री के सप्त मंदिर परकोटा और शेषावतार मंदिर का अवलोकन करने तथा मंदिर निर्माण में लगे इंजीनियर्स और श्रमिकों से मुलाकात करने की भी संभावना है। ध्वज बनाने वाले कश्यप मेवाड़ से भी पीएम मोदी मिल सकते हैं।
श्रीराम विवाह और बारात का उत्सव
ध्वजारोहण समारोह को और भी अधिक विशेष बनाने के लिए, मंगलवार की सुबह श्रीराम की बारात भी निकाली जाएगी। चूंकि यह दिन 'राम विवाह पंचमी' का है, इसलिए अयोध्या नगरी में विवाह उत्सव और ध्वजारोहण का दोहरा उल्लास होगा, जो श्रद्धालुओं और मेहमानों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव होगा।
7000 मेहमानों का समागम: समाज के हर वर्ग की भागीदारी
इस गरिमामयी समारोह के लिए देश-विदेश से करीब 7000 गणमान्य व्यक्तियों को निमंत्रण भेजा गया है। निमंत्रण सूची में समाज के हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। कहार, बारी, बक्सोर, नाई, कुम्हार, गड़ेरिया, लोधी, यादव, माली, धोबी, लोहार, तमोली, पासी, वाल्मीकि, रविदास, बहेलिया, कसौधन, नट, कुर्मी, सिख और अन्य समुदायों के प्रतिनिधि इस समारोह की शोभा बढ़ाएँगे।
राजनीतिक हस्तियों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल प्रमुख रूप से उपस्थित रहेंगी। इसके अलावा, सिनेमा, खेल और कला जगत की कई बड़ी हस्तियों को भी निमंत्रित किया गया है, जिनमें अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार, सोनू निगम, रामचरण तेज, कपिल देव, सचिन तेंदूलकर, महेंद्र सिंह धोनी, पीटी ऊषा और विश्वनाथन आनंद शामिल हैं। नेपाल के जनकपुरी (सीता जी का मायका) से भी विशेष मेहमानों को समारोह में बुलाया गया है।
क्यूआर कोड से एंट्री और सख्त सुरक्षा व्यवस्था
VIP मूवमेंट के चलते 25 नवंबर को राम मंदिर आम भक्तों के लिए बंद रहेगा। आम लोग अगले दिन से ही दर्शन कर पाएंगे। सुरक्षा और व्यवस्था को सुव्यवस्थित बनाए रखने के लिए निमंत्रण पत्र में एक विशेष QR कोड शामिल किया गया है। इस कोड को स्कैन करने पर अतिथि का नाम, फोटो, एंट्री पास और सीट नंबर की जानकारी मिलेगी। मेहमानों को सुबह 8 बजे से 10 बजे के बीच ही एंट्री मिलेगी।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट ने सुरक्षा का जिम्मा SPG (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) को सौंपा है, जिसमें उत्तर प्रदेश पुलिस, पैरामिलिट्री फोर्स, एंटी-ड्रोन सिस्टम, सर्विलांस सिस्टम और मेटल डिटेक्टर की मल्टी-लेयर्ड सुरक्षा तैनात की गई है। समारोह स्थल पर मोबाइल फोन पूरी तरह से बैन रहेगा। मेहमानों की सुविधा के लिए शहरभर में जगह-जगह LED स्क्रीन लगाई गई हैं ताकि आम जनता भी इस ऐतिहासिक ध्वजारोहण समारोह को लाइव देख सके।
टेंट सिटी में आवास और 500 किलो लड्डू का प्रसाद
भव्य आयोजन में शामिल होने वाले मेहमानों के ठहरने के लिए तीर्थ क्षेत्र पुरम में एक विशाल टेंट सिटी बसाई गई है, जिसमें लगभग 3000 लोगों के लिए 5000 से अधिक कमरे बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त, अयोध्या में 1500 कमरे अलग से बुक किए गए हैं।
मेहमानों के लिए ट्रस्ट ने मंदिर परिसर में ही खाने-पीने की व्यवस्था की है और उनके सामान जमा करने के लिए 10,000 से अधिक लॉकर बनाए गए हैं। समारोह और राम विवाह उत्सव के पावन अवसर पर, 500 किलो लड्डू तैयार करवाए गए हैं, जिन्हें रामलला को भोग लगाने के बाद मेहमानों और भक्तों में प्रसाद के रूप में वितरित किया जाएगा। अयोध्या का यह ऐतिहासिक दिन भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक यात्रा में एक नया अध्याय जोड़ रहा है।