मुंबई, 15 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा है कि जो व्यक्ति भ्रष्टाचार में लिप्त होता है, अंत में उसे अपने ही बच्चे तक साथ नहीं देते। उन्होंने कहा कि मैंने ऐसे कई लोगों को देखा है, जिनका बुढ़ापा बेहद दर्दनाक रहा क्योंकि वे जीवनभर भ्रष्टाचार में लिप्त रहे। यह बात उन्होंने मंगलवार को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के स्थापना दिवस समारोह के दौरान कही। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार से कोई भी नहीं बच सकता, न सरकार की नजर से और न ही भगवान की नजर से। ऐसे लोग तीन पीढ़ियों का जीवन बर्बाद करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नैतिक मूल्यों में गिरावट चिंता का विषय है और इन्हें फिर से मजबूत करना होगा।
भजनलाल शर्मा ने कहा कि भ्रष्टाचार एक ऐसी आदत है जो दफ्तरों से शुरू होकर घर तक पहुंच जाती है और परिवार के लोग ही उसकी सबसे ज्यादा कीमत चुकाते हैं। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते उसे रोका जाए, तो परिवार की स्थिति वैसी न होती जैसी आज देखी जा रही है। सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे, इसके लिए भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन जरूरी है और इसमें एसीबी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले डेढ़ साल में भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है और सभी विभागों के पोर्टल पर एसीबी के हेल्पलाइन नंबर और व्हाट्सऐप नंबर प्रदर्शित किए गए हैं, जिससे आमजन को भ्रष्टाचार के विरुद्ध शिकायत करने का आसान माध्यम मिल सका है। उन्होंने स्पष्ट किया कि चाहे कोई कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, अगर वह भ्रष्टाचार में लिप्त है तो बख्शा नहीं जाएगा।
भजनलाल शर्मा ने बताया कि एसीबी ने न केवल बाहरी भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई की है, बल्कि अपने ही एक एएसपी को गिरफ्तार करके यह दिखाया है कि ब्यूरो के भीतर भी पारदर्शिता और निष्पक्षता बरती जा रही है। मुख्यमंत्री ने सभी पुलिस और एसीबी अधिकारियों से कहा कि वे किसी भी दबाव में आए बिना पूरी निष्ठा से अपने कर्तव्यों का पालन करें, क्योंकि कानून से ऊपर कोई नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक तंत्र मजबूत नहीं होगा, तब तक भ्रष्टाचार पर प्रभावी रोक नहीं लगाई जा सकती। मुख्यमंत्री ने आमजन से अपील की कि वे भ्रष्टाचार की छोटी-से-छोटी जानकारी भी संबंधित विभागों तक पहुंचाएं, क्योंकि कई बार ऐसी छोटी सूचनाएं बड़े मामलों को उजागर कर देती हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ यह लड़ाई लंबी है, लेकिन यदि समाज का हर व्यक्ति इसमें अपनी भागीदारी निभाए तो यह लड़ाई जरूर जीती जा सकती है।